गमें मुख्तरिब को दरार जहां। तेरे रश्क सा कोई शुमार कहां, तेरी खामोशी से जो बांटे हम्हे, उनकी भूल से प्यार कहां? *दिले मुज़तरिब..uneasyheart *मेयार..standard*ख़ुमार..hangover *क़रार..relief ♥️Collab with GulnaaR : Credit Gulzaar Shayar "Gul" 💐नमस्कार ..मैं GulnaaR Tanha Raatein परिवार में आपका हार्दिक स्वागत करती हूँ ..ऊपर दिये गये चित्र को अपने सुंदर शब्दों से सजाये। 💐अपने भाव 2 लाईनों में लिखें .... (2 लाइन्स couplet / मिसरा ऊर्दू शायरी)