कलम खामोश है मेरी दिला कुछ अल्फ़ाज़ दो मुझे चुन चुकी हूं आखिरी राह एक नया आगाज तो मुझे खो रही हूं खुद में ही अब लौट आने को आवाज दो मुझे नहीं चाहिए वादे जन्मों के बस एक सहारा आज दो मुझे दवा दुआ कुबूल ना हुई इस मर्ज का इलाज दो मुझे हार चुकी हूं अपनों से ही मैं एक नया समाज दो मुझे #poemsbynancy #nojota #nojotawritings #indianwriter #kalamkhamoshhmeri #instagram#poemholic