तुम दूर हो मगर, आज भी इस दिल में कहीं रहते हो, तुम न जाने क्यों साये की तरह मेरे हर वक्त साथ रहते हो, इस चारदीवारी में बस तुम ही दिखाई पड़ते हो, तुम दूर हो मगर, आज भी इस दिल में कहीं रहते हो, तुम्हारी हसीं अब भी मेरे कानों में गूंजती रहती है और वो तुम्हारा मुझसे रूठ जाना, मुंह बना लेना आज भी बिल्कुल नया सा लगता है, तुम आज भी कैसे मेरी सारी गलतियों को नजरंदाज करते हो, तुम दूर हो मगर, आज भी इस दिल में कहीं रहते हो, तुम्हारा ये मुस्कराता चेहरा हर पल जेहन में रहता है, आज भी तुम इतने अनजान होकर भी मेरी हर बात जान लेते हो, मैं जब भी अकेला होता हूं, तुम हमेशा मेरे साथ होते हो, तुम दूर हो मगर, आज भी इस दिल में कहीं रहते हो।। तुम दूर हो मगर... #दूरहोमगर #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi