बुझा ना सके कोई वो आग सीने में जला कर रखता हूँ, मिटा सके ना कोई वो प्यास हलक में जिंदा रखता हूँ, अच्छा में हो या बुरे में हो, खुशी में हो या दुख में हो, आचार में हो या विचार में हो,बेकार में हो या सदाचार में हो, सच कहता हूं साहब, में आज भी अपना ईमान जिंदा रखता हूँ। #yqbaba #yqhindi #yqlove #yqquotes #people #society #chetan #yqdada