हमारे सपनों का दिया जलायाँ उन्होने आँधी को रुका कर.. दर्द में डुबी आँखें फिर भी आँसुओं को सुखा कर.. दिल पर घाँव हजार फिर ओंठो से हँस के दिखा कर.. कामीयाबी का रास्ता दिखाया मुश्किलों को झुका कर.. खुन को पसिना बनाकर मिले सिक्को से हमे सिखा कर.. विफलता के सौ पन्नों के बाद सफलता का अक्षर लिखा कर.. हर हार को हरा कर ..झुठे झुठ को खरा कर..उन्होंने जिंदगी को दिखाया की जीते कैसे है.. #पिता👏 #🖎Rsr #LoveYouDad