वक्त काफी हो गया है कुछ लिखा ही नहीं या यूं कहो कि कुछ लिख नहीं पाई अल्फ़ाज़ मानो थम से गए है ये हाथ जैसे जम से गए है ये सर्द मौसम दिलों को भी सर्द कर देता है शायद तभी तो कुछ लिख नहीं पा रही मैं जब फिर से गर्म हवाएं आएंगी तो तेरा ज़िक्र भी ले आएंगी लिख पाऊंगी फिर मैं तेरे खयाल बहेंगे मेरी नस नस में फिर से गुल खिलेंगे तेरे मेरे दरमियान #हिंदी #शायरी #सर्दहवाओंमें #गर्माहट #yqdidi #yqbaba #yopowrimo