मैं अल्फाज़ हूँ तेरी हर बात समझता हूँ, मैं एहसास हूँ तेरे जज़्बात समझता हूँ, कब पूछा मैंने कि क्यूँ दूर हो मुझसे, मैं दिल रखता हूँ तेरे हालात समझता हूँ। आग से सीख लिया हम ने यह करीना भी, बुझ भी जाना पर बड़ी देर तक सुलगते रहना, जाने किस उम्र में जाएगी यह आदत अपनी, रूठना उससे और औरों से उलझते रहन ©Gudiya Pandey #sad shayari# romantic shayaris#love shayari #Thoughts