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खुद को बुद्धू की उपाधि देकर अच्छे अच्छों की बुद्धि

खुद को बुद्धू की उपाधि देकर अच्छे अच्छों की बुद्धि हर ले
जो हर बार लिखे कुछ ऐसा कि सबको निशब्द कर दे
जोड़े इस तरह कड़ियों कोअनवरत, कि मंत्रमुग्ध कर दे
जो स्वप्न हर किसी के मन में लेता रहता है हिलोरें
उस स्वप्न में लेखनी से जीवंत रंग भर दे
कलाकारों के इस संगम को एक दूसरे से जोड़कर 
एक  परिवार कर दे
खुद को रक्खे सबसे पीछे और
मन मस्तिष्क में  अपनी एक अद्भुत छवि भर दे
कलम और कलाकार के रिश्ते से मिलवाये ऐंसे
 कि भावविभोर कर दे
सूत्रधार की सच्ची भूमिका का दिग्दर्शन कर दें
💐💐💐💐💐💐💐
वो और कोई हो ही नहीं सकता 
राकेश सोनी जी के सिवा 
नमन है आपके भावों कल्पनाओं आत्मीयता और लेखनी को
मेरी लेखनी में इतना सामर्थ्य नहीं कि आपके लिए लिख पाए 
बस कुछ भाव हैं 

(राखी के हृदय और कलम से )
आप सभी एक बार उनकी अद्भुत लेखनी से जरूर मिलें उनकी प्रोफाइल पर जाकर

©Rakhee ki kalam se #rskesh_soni ji
#Aabhar 
#naman 
खुद को बुद्धू की उपाधि देकर अच्छे अच्छों की बुद्धि हर ले
जो हर बार लिखे कुछ ऐसा कि सबको निशब्द कर दे
जोड़े इस तरह कड़ियों कोअनवरत, कि मंत्रमुग्ध कर दे
जो स्वप्न हर किसी के मन में लेता रहता है हिलोरें
उस स्वप्न में लेखनी से जीवंत रंग भर दे
खुद को बुद्धू की उपाधि देकर अच्छे अच्छों की बुद्धि हर ले
जो हर बार लिखे कुछ ऐसा कि सबको निशब्द कर दे
जोड़े इस तरह कड़ियों कोअनवरत, कि मंत्रमुग्ध कर दे
जो स्वप्न हर किसी के मन में लेता रहता है हिलोरें
उस स्वप्न में लेखनी से जीवंत रंग भर दे
कलाकारों के इस संगम को एक दूसरे से जोड़कर 
एक  परिवार कर दे
खुद को रक्खे सबसे पीछे और
मन मस्तिष्क में  अपनी एक अद्भुत छवि भर दे
कलम और कलाकार के रिश्ते से मिलवाये ऐंसे
 कि भावविभोर कर दे
सूत्रधार की सच्ची भूमिका का दिग्दर्शन कर दें
💐💐💐💐💐💐💐
वो और कोई हो ही नहीं सकता 
राकेश सोनी जी के सिवा 
नमन है आपके भावों कल्पनाओं आत्मीयता और लेखनी को
मेरी लेखनी में इतना सामर्थ्य नहीं कि आपके लिए लिख पाए 
बस कुछ भाव हैं 

(राखी के हृदय और कलम से )
आप सभी एक बार उनकी अद्भुत लेखनी से जरूर मिलें उनकी प्रोफाइल पर जाकर

©Rakhee ki kalam se #rskesh_soni ji
#Aabhar 
#naman 
खुद को बुद्धू की उपाधि देकर अच्छे अच्छों की बुद्धि हर ले
जो हर बार लिखे कुछ ऐसा कि सबको निशब्द कर दे
जोड़े इस तरह कड़ियों कोअनवरत, कि मंत्रमुग्ध कर दे
जो स्वप्न हर किसी के मन में लेता रहता है हिलोरें
उस स्वप्न में लेखनी से जीवंत रंग भर दे