एक बार मैं तुझमें से निकलकर, खुद में रहना चाहता हूँ, बहुत तपिश दी थी तेरी रूह ने, अब मैं ठिठुरना चाहता हूँ..! बहुत हुआ घुट घुट कर जीना इश्क़ में, अब खुल के जीना है.. जो समझे वो तालियाँ बजादे जो ना, वो प्यार लुटा दें .. धन्यवाद #YQBaba #Kumaarsthought #kumaarsher #तपिश #sard