तुम्हारे शहर में मय्यत को सब कांधा नही देते, हमारे गांव में छप्पर भी सब मिलकर उठाते हैं। अज्ञात ©AJEEM KHAN #गांव #शहर #मय्यत #Mayyat #हिंदी #अज्ञात