दिलबर मेरे दिल को मेरे ठोकर लगाकर चल दिए
अपनी मोहब्बत का महल, खुद ही जलाकर चल दिए
ऐसे बने वो बेरहम, मुझको नहीं होता यक़ीं
जलता रहा ये दिल मगर वो मुस्कराकर चल दिये
वादे पुराने भूलकर, कसमें वफ़ा की तोडकर
यादें सुहानी वो सभी पल में मिटाकर चल दिए #ghazal#nojotovideo