मेरा मन जज्ब-ए-तूफान सा उठा है सिर्फ तेरे लिए दिल मेरा जोर से धड़का है सिर्फ तेरे लिए आज फिर रात है आई तेरे ख्याल लिए आज फिर चांद ने पूछा है सिर्फ तेरे लिए एक बस होंठ पे मैं ला ना सका नाम तेरा मेरा मन हाल-ए-अबतर है सिर्फ तेरे लिए #मेरा मन