गिरी है माथे की बिंदी और लहू में तैरती पायल है घाटी सहमी शहादत से, गौरव की मिट्टी घायल है उथल-पुथल है मन में रोष का स्वर चीख कर बोल रहा मेरे मुल्क की दुर्दशा है ये आतंकी खुला जो डोल रहा इन उन्मादों को सिरे से तोड़, मान वतन को लौटा दो इस पावन धरती के मूर्छित प्राण वतन को लौटा दो। कश्मीर फिर जल उठा शहीदों को नमन.... भारत को इंसाफ चाहिए...... #yq #कश्मीर #pulwamaattack #पुलवामा