दबी हुई समाज में, वो रहती है परेशान सी उसपर उंगली उठाने से पहले, झांक खुद का गिरेबान भी बात उसके हक़ की, उसके स्वाभिमान की बात नारी के सम्मान की..... उसके अपने पंख हों, खुद का आसमान भी बात उसके सपनों की, अपनी खुद की पहचान की बात नारी के सम्मान की.. #WOMEN'S DAY #8march #womensday #mahiladivas