आँखें खुली, मैं एक ऐसा जँहा देखती हूँ पली जँहा मैं, उसे अपना शहर कहती हूँ जो हाथ थामे मुझे मजबूती से मैं उनमे अपना खुदा देखती हूँ #MeraShehar