हो तुम पास मेरे फिर भी लगती दूर हो, मैंने देखा था कल शायद तुमको हो सकता है वह भी मेरे आंखों की भूल हो। आता हूं हर रोज अपने छज्जे पर, मन में यह आस लिए की आज गुजरोगी तुम मेरे रास्ते, अरे पास से ना सही, दूर से तो हो सकेंगे दीदार तुम्हारे।♥ #ख़्वाहिश#nojoto#nojotopoetry#nojotopoetryhindi#quotes#thoughts#poetry#firstnojotoquotes