मेरी जिन्दगी का एक अक्स......मुझमें ही कही छिपा है, हर कोई इसे पड़ ले....... ये सब के बस की बात कहा है, मेरी जिन्दगी का एक अक्स...... मुझमें ही कही छिपा है, मेरे मुस्कुराते चेरहे की....... तारीफ सब करते है, क्या वो मेरे मुस्कुराते चेहरे......मैं छिपे दर्द को देख पाते है, मेरी जिन्दगी का एक अक्स...... मुझमें ही कही छिपा है, वो मुझसे ही रूबरू ही....... होने से कतराता है, कही मैं उसको अपने जेहन से निकाल ना दू.... वो मुझसे इतना घबराता है, मेरी जिन्दगी का एक अक्स..... मुझमें ही कही छिपा है, बस अब उसको भी दिखाना चाहती हूं.......और इस दुनियां उस अक्स से रूबरू कराना चाहती हूं! ©Sita Kumari #एक_अनकहा_दर्द_खास_चेहरे_का #मुझमें_ही_कही_छिपा_है #followme #readmyquotes #Smile