यूँ तो आसान है जुबां पे लाना नाम इश्क़ का| उतर के देखो आबे दरिया है अश्क का|| राही इस राह के बेआब माहि से हैं| जिगर वालों का है काम ख़ौफ़ कुछ भी नही जिन्हे रिस्क का|| Youn To Asan Hai Juban Pe Lana Nam Ishq Ka Utar Kr Dekhi Aab - e - Dariya Hai Ashque Ka Rahi Is Rah Ke BeAab Mahi Se Hain Jigar Walon Ka Hai Kam Khauf Kuch Bhu Nhi Jinhe Risk Ka Adnan Rabbani's Shayari • यूँ तो आसान है जुबां पे लाना नाम इश्क़ का| उतर के देखो आबे दरिया है अश्क का|| राही इस राह के बेआब माहि से हैं| जिगर वालों का है काम ख़ौफ़ कुछ भी नही जिन्हे रिस्क का||