Written by Harshita ✍️✍️ #Jazzbaat बेटियां सबकी सांझी होती है पर फिर भी किसी और के घर की रौनक क्र्यूं बढ़ाती है बेटियों का कन्यादान ही क्यू होता है माना कि सबसे बड़ा दान माना गया है पर दान वो दिया जाता है , सर का भार उतरना होता है बेटियां सबकी सांझी होती है पर फिर भी किसी और के घर की रौनक क्र्यूं बढ़ाती है बेटियां सबकी किस्मत नहीं होती है जहां प्रभु को लगे वहीं पख़ देकर परियां जन्म लेकर कृतार्थ कर घर की रौनक होती है बेटियां सर का ताज होती है, तो पैरो की जूती से उसकी तुलना कैसे होती है बेटियां घर का सुकून होती है तो किसी के घर की बर्बादी का कारण कैसे होती है बेटियां स्वर्ग सी ज़िन्दगी होती है तो किसी को नरक का द्वार कैसे होती है बेटियां सबकी सांझी होती है पर फिर भी किसी और के घर की रौनक क्र्यूं बढ़ाती है बेटियां सर ऊंचा करती है तो किसी का सर नीचा कैसे हो जाते है बेटियां कोई चीज नहीं को दान में दी जाती है। सदियों की रीत भी इंसानों ने बनाई है बेटियों को प्यार इज़्ज़त जो दे वो दहेज में तोलकर कैसे दिया जाता है। बेटियां सबकी सांझी होती है पर फिर भी किसी और के घर की रौनक क्र्यूं बढ़ाती है #women #aurat #kanyadaan #yqshayari #yqsahitya #yqbaba #yqdidi Written by Harshita ✍️✍️ #Jazzbaat बेटियां सबकी सांझी होती है पर फिर भी किसी और के घर की रौनक क्र्यूं बढ़ाती है बेटियों का कन्यादान ही क्यू होता है माना कि सबसे बड़ा दान माना गया है