मिलन की रात जो नहीं समझता है। रात की हर आजमाइश नहीं समझता है। मिलने से अपने नुमाइश समझता है। बस तू मेरे ख्यालात से मुलाकात नहीं करता है।। #चाहत #ख्वाहिश #समझता #जज्बात #दिशावर #योरकोटबाबा #योरकोट_दीदी #YourQuoteAndMine Collaborating with प्रवीण कुमार दिशावर Assignment