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वो रुठना फिर मान जाना,वो दुसरों को चिढाने के लिए च

वो रुठना फिर मान जाना,वो दुसरों को चिढाने के लिए चेहरे बनाना,वो पिता का घोडा़ बनकर पीठ पर बिठाना,वो अपनी बदमाशियों से सभी को सताना,वो रो कर घर सिर पर उठाना,वो रुठ जाने पर दादाजी का चंदा मामा दिखाना,वो खुशी में हंसना खिलखिलाना और वो माँ का लोरी देकर सुलाना बहुत याद आता है,आज वो हर लम्हा चेहरे पर शिकन दे जाता है।
वो मस्तियाँ,ठिठोलिया,वो कंचे और वो मीठी गोलिया याद आयी,वो बचपन की खुशियाँ आज चेहरे पर उदासी ले आयी।
वो बड़ो के साथ मेले जाना,एक रुपये के लालच में बड़ो की हां में हां मिलाना,वो मिट्टी के साथ खेलना,मिट्टी को खाना,वो बारिश के पानी में नहाना,वो जुकाम होने पर मां का सिरहाने बैठकर कई रातें बिताना बहुत याद आता है,वो खुशी का समां आज हमसे रुस्वाई जताता है।
वो सुबह सुबह स्कुल जाना,वो स्कुल का खाली समय अठखेलियों में बिताना,वो दोस्तो के साथ होड़ लगाना,वो नादानियां याद आती है,जिन्हें सोचकर आंखे भर आती है #childhoodmemories #yadein #nojoto #nojotopoem #nojotohindi  aamil Qureshi  Arzooo 😍😍 Pratibha Tiwari(smile)🙂 शुभम सिंह Puja Sharma
वो रुठना फिर मान जाना,वो दुसरों को चिढाने के लिए चेहरे बनाना,वो पिता का घोडा़ बनकर पीठ पर बिठाना,वो अपनी बदमाशियों से सभी को सताना,वो रो कर घर सिर पर उठाना,वो रुठ जाने पर दादाजी का चंदा मामा दिखाना,वो खुशी में हंसना खिलखिलाना और वो माँ का लोरी देकर सुलाना बहुत याद आता है,आज वो हर लम्हा चेहरे पर शिकन दे जाता है।
वो मस्तियाँ,ठिठोलिया,वो कंचे और वो मीठी गोलिया याद आयी,वो बचपन की खुशियाँ आज चेहरे पर उदासी ले आयी।
वो बड़ो के साथ मेले जाना,एक रुपये के लालच में बड़ो की हां में हां मिलाना,वो मिट्टी के साथ खेलना,मिट्टी को खाना,वो बारिश के पानी में नहाना,वो जुकाम होने पर मां का सिरहाने बैठकर कई रातें बिताना बहुत याद आता है,वो खुशी का समां आज हमसे रुस्वाई जताता है।
वो सुबह सुबह स्कुल जाना,वो स्कुल का खाली समय अठखेलियों में बिताना,वो दोस्तो के साथ होड़ लगाना,वो नादानियां याद आती है,जिन्हें सोचकर आंखे भर आती है #childhoodmemories #yadein #nojoto #nojotopoem #nojotohindi  aamil Qureshi  Arzooo 😍😍 Pratibha Tiwari(smile)🙂 शुभम सिंह Puja Sharma