दिल का कितना साफ और अच्छा होता है मकान… जब वह बूढ़ा होने लगता है ,उनकी दीवारों पर पपड़ियां उतरने लगती है ,उनमे सिलन पड़ने लगती है बरसो पुताई नही होती फिर भी मकान कोई शिकायत नही करती…और उस छोटे से घर के हर कमरे की अपनी कहानी होती है…! घर द्वार