विगत वर्षों मे मैंने मन से, वचन से, काय से कृत - कारित - अनुमोदना से किसी भी प्रकार की हानि पहुंचाई हो हदयं को आधात पहुंचाया हो, तो क्षमावाणी के इस पावनपर्व पर अंतरमन से पवित्रभावों से क्षमा याचना करता हूँ एवं भावना भाता हूँ कि आप मुझे अवश्य ही क्षमा करेंगे सबको क्षमा सबसे क्षमा उत्तम क्षमा ! उत्तम क्षमा! उत्तम क्षमा! “मिच्छामी दुक्कड़म" #uttamkshama #paryushan #jainism #jain_writes #special #yqbaba #yqhindi