क्या ज़रूरी है? अल्प वस्त्रों में अधखुले होकर फूहड़ता दिखाना। क्या ज़रूरी है? अमृता, इन वक्षों को उभारना। क्या ज़रूरी हैं तुम्हें बाजारू आकर्षण बनाना। इस तरह चलते हुए फिल्मों सा नितम्बों को नचाना। क्या ज़रूरी हैं? मर्दाना शौक पाल लेना। क्या ज़रूरी है? नारी होकर गालियों में नारीत्व को लजाना। क्या जरूरी है ? संस्कारों को ठेंगा दिखाना। #nude #social #feminism #नारीवाद #नंगापन #yqdidi #yqhindi #yqbaba