मां तुमने कहा आदमियत देखो इस इंसा का, फिर उफ़्ताद ये कैसा किया? एक भूख ने जीवन से साथ हमारा तोड़ दिया! कत्लेआम हमारा हुआ, या आदमियत सरेआम बेनकाब हुआ। यूं हीं मार देता तो फरिश्तों से भरोसा ना उठता, मासूम बन वार करना इंसानों की फितरत में सुमार हुआ। प्रेरणा सिंह #elephant#killed