किस तरह उनकी मदद की जाये आखिर अब उन्हें हम पर यकीं हो जाये मदद करना तो सभी चाहते है मगर शुरुआत उसकी किस तरह की जाये भरोसा उनका अब मैं कैसे करु मुझे ऐसे लोगों की मक्कारी देखीं न जाये कितना भोलापन रहता है उनके चेहरे पर दोहरा चेहरा देखकर कैसे भरोसा किया जाये मदद करु भी तो कैसे करु बताओ मुझे आरिफ बड़े बे आबरू है अब क्या किया जाये किस तरह उनकी मदद की जाये आखिर अब उन्हें हम पर यकीं हो जाये मदद करना तो सभी चाहते है मगर शुरुआत उसकी किस तरह की जाये भरोसा उनका अब मैं कैसे करु मुझे ऐसे लोगों की मक्कारी देखीं न जाये