हमारे समाज मे लडकियों के लिए अलग से नियम कानून बनाए जाते हैं, जो लडकों के लिए बनाए गए नियमों से काफी मुकतलिफ होते है। यहां लडकियों को सब चीजें बताई जाती हैं, सिखाईं जाती हैं, और जताई भी जाती हैं। यहां लडकियों को जयादा कुछ करने की इजाजत नहीं है, सिर्फ तब तक जब तक वो इस घर की हैं। इस घर से ब्याही जाने के बाद वे कुछ भी करने के लिए आजाद होती हैं, तब कोई पाबंदीया नहीं गिले शिकवे नहीं। हैंरत होती हैं मुझे ऐसी सोच पर , कि किस दौर की कायदे कानून की किताबों के सबक ये आज तक अपना रहे हैं। हमारा समाज बदलता जरूर हैं, लेकिन अपनों के लिए। लेकिन जब दूसरों की बारी आती हैं, तब बदलाव की गुंजाइश कम और नाखुशी रवैय्यौ में जयादा नजर आती हैं। ©Bhawnavsh #nojoto #nojotohindi2020 #life #quotes #2k20 #JusticeForNikitaTomar