यू भी नहीँ हैं कि मेहज़ आँसू और ख़ामोशी ज़मानत हो किसी के ज़ख्मो की जो हमेशा मुस्कराहटों में लिपटे मिलते हैं कभी ग़ौर से देखना , उनके घाव देख कर ज़ियादा खौफ़ आएगा.... #पगली लड़की की क़लम से #दुखता हैं मेरी जान,बस दिखेगा नहीं #deardiary ©ashita pandey बेबाक़ #City