पहले उन्होंने हमारे माथे को चुमा ꫰ माथे पर उस निशान को चुमा ꫰꫰ देखने में साधारण ही था सब कुछ ꫰ मगर दिल बल्लियों उछला जब उन्होंने चुमा ꫰꫰ नज़रे नहीं मिला सकीं उनसे ꫰ जब उन्होंने इतनी मोहब्बत से चुमा ꫰꫰ नज़ाकत से फिर बाय गाल को चुमा ꫰ लाल पढ़ गए जो दायें गाल को छूहा ꫰꫰ देखा उनको आज पहली बार करीब से ꫰ जब उन्होंने ठोड़ी केे तिल को चुमा ꫰꫰ छोड़ दिया उन होठों को मुस्कुराता देख ꫰ उन्होंने ऐसे कुछ जज़्बातों को चुमा ꫰꫰ फिर अकेले में हमारा हाथ थाम ꫰ देख ना ले कोई दुजा, उन्होंने कुछ ऐसे चुमा ꫰꫰ सहम गई थी उनमे छुई-मुई की तरह ꫰ जब उन्होंने गर्दन को चुमा ꫰꫰ आँखों में देखि बेइंतहा मोहब्बत ꫰ जब उन्होंने सिर्फ आँखों से चुमा ꫰꫰ हाँ, चुमा नहीं उन्होंने बदन मेरा ꫰ कुछ इस तरह उन्होंने दिल को चुमा ꫰꫰ ©Jayesh gulati चुमा ꫰꫰😘 . . . . . . .