चांद से मुखड़े का दीदार कर के देखेंगे कभी तुम्हें प्यार कर के खुशबू सांसों की जुल्फों की घटा होंठों की नज़ाकत पर हार करके यूं तो ज़िन्दगी में उलझने बहुत हैं फिर भी शाम को इंतजार कर के बेवफा है जमाना ये जनता हूं मैं पर देखना है तेरा ऐतबार कर के ग़म का कब तक मातम मनाऊं रहना है ज़िन्दगी गुलज़ार कर के 'ओजस' की वो पहली मोहब्बत है देखेंगे महफ़िल में इजहार कर के @🖋️"ओजस"( दतिया मध्य प्रदेश ) ©Ozas Praveen Jain "पल्लव" Shira RJ_Keshvi Anshu writer #nozotohindi #nozotopoetry #nozotolove #nozotoshayri #nozototrending