White मेरी जिंदगी एक खुली किताब है, जिसमें तू ही तू बे हिसाब है कुछ पन्नों में तेरे साथ बिताए हसीन लम्हे हैं. तो कुछ पन्नों में मेरे टूटे हुए ख्वाब है यूं ही तनहा छोड़ गए तुम हमें पीछे मुड़कर भी नहीं देखा क्या हुआ मेरे साथ इत्तेफाक है, मेरी जिंदगी एक खुली किताब है जिसमें तू ही तू बे हिसाब है क्यों नम हो गई तुम्हारी आंखें भी क्या तुमने भी देख लिया मेरी बंद आंखों में जो सैलाब है मेरी जिंदगी एक खुली किताब है जिसमें तू ही तू बे हिसाब है... ©Ratan Kumar मेरी जिंदगी एक खुली किताब है.... zindagi sad shayari