शहरी इश्क़ शरीर के इर्द-गिर्द चक्कर लगाता है, वो दिलोंजां तक तो कभी पहुंच ही नहीं पाता है ! माथे पे बिंदी, अंखियों में काजल, चेहरे पे लाज लाली, इससे ज्यादा भला, कौन सा श्रृंगार, सादगी सजाता है !! शहरी इश्क़ को भी खूब समझतें हैं हम...😬😁 इसलिए प्रेम के मामले में थोड़े ग्रामीण हैं हम...🤐🌝 #avai👀 #Ku6_b🤦🏻♀️ #temp🙃