उन्हे के सीवा ना था मेरा कोई मेरे सीवा ना था उनका कोई हम उनके लिए बने है ऐसा लगता था ओ हमारे लिए बने थे ऐसा सोचा था मुश्किल था ये बया करना की उनकी रूह मे हमारी जाण बसती है हैराण रहे गए हम ये सुनके की उन्हे हमारा प्यार धोका लगने लगा जो करते थे हम उनसे प्यार वो हमे भुलाने के बहाने ढूँढने लगे सच कहाँ होता की नही रहे सकते हम तुम्हारे साथ तो कब का छोड दिया होता लेकिन कब हम उनके लिए अपनी जान गवा बैठे पता ही नही चला #unkaintjar #krishnarathod #hindipoem #lovesadpoem #sad #poem #hindi #alone