कुछ दिन चुप्पी साधने की भी कूवत* नहीं है तुममें, पहले कश्मीरी पण्डितों की चीखें दबा लूं तो चलूं। *ताकत/सामर्थ्य कुछ दिन चुप्पी साधने की भी कूवत* नहीं है तुममें, पहले कश्मीरी पण्डितों की चीखें दबा लूं तो चलूं। *ताकत/सामर्थ्य खेमों में बंट गया देश धाराओं में बहने की इजाज़त नहीं है.