चाह कर भी मुझे तुम भुला पाओगी । जैसे कान्हा बिन राधा जी रही। वैसे मैं जी रहा हु तुम्हारे बिना।। जैसे बिन बाती के मोम जल रहा। वैसे मैं जल रहा हु तुम्हारे बिना।। तुम किसी और से दिल लगा पाओगी। चाह कर भी मुझे तुम भुला पाओगी।। गीत