सतरंगी यादों के किसी मोड़ पर मिल जाना तुम बना के घर मुझे उसी में ठहर जाना तुम तिनका-तिनका जोड़कर एक आशियाना बनाया है सूनी आंखों में कोई सपना फिर सजाया है... सुप्रभात। सतरंगी यादों से भर जाती हैं आँखें कितने चेहरे मन के पर्दे पर लहराने लगते हैं। #सतरंगीयादें #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi