सबको मैं आमंत्रित करता तुमको शपथ जवानी की,मिलकर लिख दो नई इबारत OPS बहाली की। पुरानी पेंशन के इस रण में जो चुप पाए जाएंगे,इतिहासों के कालखंड में वह कायर कहलायेंगे। सिंह गर्जना है सब सुन लो,यह कोरे जज्बात नहीं।हम अपना अधिकार मांगते दान पुण्य खैरात नहीं। #OPS #1oct दिल्ली चलो ©Aks #OPS