Nojoto: Largest Storytelling Platform

चाहूंगा मैं तुझे सांझ सवेरे, फिर हुई कभी अब नाम को

चाहूंगा मैं तुझे सांझ सवेरे,
फिर हुई कभी अब नाम को तेरे,
आवाज़ मैं न दूंगा.....
दोस्ती का अद्भुत गीत...



आपको लिखना है एक पत्र,
अपने मित्र के नाम....
आप भी पा सकते हैं इनाम,
30 जुलाई Friendship Day के
अवसर पर लिखिए 
खूबसूरत सा पैगाम,
अपने प्रिय मित्र के नाम।।। कृपया ध्यान दें
1)पत्र लिखना है कविता नहीं, कविता चाहें तो पत्र में लिख सकते हैं।
2) हिंदी/ इंग्लिश कोई भी भाषा में लिख सकते हैं।
3) 29 तारीख शाम पांच बजे तक अपनी रचना भेज सकते हैं 
4) 30 तारीख शाम को निर्णय आ जायेगा
5) रचना आप कॉमेंट बॉक्स में भी पोस्ट कर सकते हैं,रचना के अंत में
#कुलभूषणदीप अवश्य करें
पुरस्कार
चाहूंगा मैं तुझे सांझ सवेरे,
फिर हुई कभी अब नाम को तेरे,
आवाज़ मैं न दूंगा.....
दोस्ती का अद्भुत गीत...



आपको लिखना है एक पत्र,
अपने मित्र के नाम....
आप भी पा सकते हैं इनाम,
30 जुलाई Friendship Day के
अवसर पर लिखिए 
खूबसूरत सा पैगाम,
अपने प्रिय मित्र के नाम।।। कृपया ध्यान दें
1)पत्र लिखना है कविता नहीं, कविता चाहें तो पत्र में लिख सकते हैं।
2) हिंदी/ इंग्लिश कोई भी भाषा में लिख सकते हैं।
3) 29 तारीख शाम पांच बजे तक अपनी रचना भेज सकते हैं 
4) 30 तारीख शाम को निर्णय आ जायेगा
5) रचना आप कॉमेंट बॉक्स में भी पोस्ट कर सकते हैं,रचना के अंत में
#कुलभूषणदीप अवश्य करें
पुरस्कार