कोरी स्लेट थी आखिर क्यों उसमें रंग भर दिया? रंगने का मन किया तो रंगो को फ़िर छीन लिया, कर्कश ध्वनियों में संगीत के सुरों से संगीन किया, सुर भरने लगी तो सुरों के साज़ को न बजने दिया, मन बंजारा आवारा था क्यों फ़िर इसे सँवार दिया? सजने लगी तो फ़िर सोलह श्रृंगार को मिटा दिया, नमक सी नमकीन थी मिठास से क्यो मीठा किया? चाशनी बनी तो मन को बेस्वाद सा फिर कर दिया। ♥️ Challenge-780 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।