उस गुज़रती हवा ने आखि़र मुझसे पूछ ही लिया.. जिसका रोज़ खुले आसमान के नीचे खड़े शिद्दत से इंतजार रहता है, क्यूं चेहरे में हल्की-सी मुस्कुराहट और आँखें छलक क्यों उठती हैं तुम्हारी? कैसे बताऊँ जिसका दीदार हुए बरसों बीत गए , सुकून सा महसूस होता है जब ये हवा उसे छू मुझसे हो गुज़रती है, सामने न हो कर भी उसके करीब होने का एहसास दे जाती हैं !! -merikhamoshkalam -snehbiruli #merikhamoshkalam #merikalamse✍️ #merealfaaz #merizubani #writing #writingsoul #girlwritingpoetry