कई मुश्किलात हैं ए राह ऐ ज़िंदगी, मगर हम नही फेरेंगे निगाहे ऐ ज़िंदगी। सफर हैं सुहाना और कहीं कांटे भी हैं, पर चलते ही जायेंगे बेफिक्र ऐ जिंदगी। तु ढाले चाहे कितने भी सितम हम पे, उनको भी हम गले लगाएंगे ऐ ज़िंदगी। चाहे करवाले कितने भी जंग तु, हम भी जुनैद हैं, जीत जायेंगे ऐ ज़िंदगी। सुकून के दो पल की खोज में हैं हम, 'रुद्र' बस इतना मुयस्सर करादे ऐ जिंदगी। - जय त्रिवेदी ("रुद्र") ©Jay Trivedi #AE_ZINDAGI