खो गया वो बचपन, खो गई वो कागज की कश्ती, आ गई जवानी,बहुत पीछे छूट गई वो मस्ती, अब जीवन मे झंझट हजार हैं, बस लगा यहाँ व्यस्तता का बाज़ार हैं, प्रतिस्पर्धा की दौड़ में, न तीज हैं न त्योहार हैं सब किसी न किसी को पाने की ऊहापोह में लगे हैं, न मिलता यहाँ किसी को इच्छानुसार , बस बेवज़ह की भागदौड़ में लगे हैं, गहरा समुद्र हैं क्या खोजा जाये, क़िस्मत वाले है जिन्हें ये मोती मिल जाये । #Kazag #kashti #keywordsofvidi #ervaisnavi_dixit #collabwithme Poem of the month competition ..... 🐥 इस प्रतियोगिता में आपको हर रविवार को ही title/topic दिया जायेगा । 🐥 collaboration का समय सुबह 10:30am से 11:30pm बजे है। 🐥 आपको महीने की अंतिम तारीख को प्रशंसापत्र प्रमाणपत्र मिलेगा .(poem of the month).