काली भयानक रात हो और उस पर वीरानियों का साथ हो डरता है दिल तनहाई में जब अचानक से ही कोई बात हो। हर जाना पहचाना भी दिल को अजनबी सा लगने लगता है, जरा सी आहट से भी दिल हमारा घबराने और डरने लगता है। दिल ऐसे हालात में किसी पर भी भरोसा करने से डरता है, जब अपनों का ही भरोसा नहीं तो फिर गैरों की क्या बात हो। हवा चल रही हो सांए सांए झुरमुटों से भी आवाजें आने लगे, दिल की धड़कनें बढ़ जाने लगे और साँसे थम सी जाने लगे। तारे छुप जाने लगे भयानक सी रात और भी भयानक लगने लगे, पांव रुके नहीं और तेजी से अपनी मंजिल की ओर बढ़ जाने लगे। #apki_lekhni #apk_lekhni #भयानक_रस