1-जड को चेतन या जड मे चेतना समझना ही मनुष्यों के समस्त मानसिक दुःखो व मतभेदों का कारण है 2-किसी से अपेक्षा और किसी की उपेक्षा ये दोनों मनुष्यों के समस्त सामाजिक दुःखो का कारण है णथभ