गज़ल:- हम मांगते है 2122-2122-2122-212 मेरी ना किसी और की हो ,ये हम मांगते हैं वफा ना तो बेवफा ना हो,ये हम मांगते हैं। फिर मनमानियां कर ली तूने दिल तोड़ने की तेरा दिल न टूटे एक बार,ये हम मांगते हैं। खुदा से जो मन्नते मांगी मुझे रुलाने की तेरी हर मुराद पूरी हो ,ये हम मांगते हैं। आशिकी गाते हो भले ही अब किसी और की कब मेरी गजल सुनती हो ,ये हम मांगते हैं। जो नजर मेरी थी अब नजर है किसी और की नजर न लगे तेरी नजर को,ये हम मांगते हैं। #tourdelhi #madhumit #loveandlove #poetry #story #shayari #jagal #hammangtehai #nojoto #openmic #eventdelhi #amit