बड़ा ही दुखद था दिन 26/11 बहुतों का परिवार टूट था दिन 296/11 चारों और चीख थी पुकार थी। बम्ब का शोर, गोलियों की बोछाड़ थी। कइयों का वक्त रुका था दिन 26/11 कइयों का दिल टूटा था दिन 26/11 किसी की माँ, किसी का भाई, किसी के बच्चे थे। उस बम्ब धमाके में उड़े जिनके परछते थे। आज भी याद सबको वो दिन 26/11 बड़ा ख़ौफ़नाक मंज़र दिन 26/11 नोजवानों ने कमान हाथ मे थामी थी। आतंकियों को पकड़ने की ठानी थी। आतंकियों पर फ़तह का था वो दिन 26/11 मासूमों का बलिदान था दिन 26/11 ©Monika balli #26/11 #जयहिंदजयभारत छोटी सी कोशिश उस संघर्ष को बयाँ करने की🙏🙏 ☁️ sunayana jasmine