तुम्हें पता भी है कितने खास हो जाड़े की रात का खूबसूरत एहसास हो तुम हंसते हो जब तो मैं भी हंसती हूं कुछ मुलाकातों में रातों को जगती हूं तेरे पीछे पीछे तेरे कदमों पर चलती हूं बिन कहे तेरे हर लफ्ज़ को पढ़ती हूं तुम्हारे हर सुख दुख का आभास होता है तुम्हें परेशान देख मेरा दिल भी उदास होता है साथ होने पर समय भी रुक जाता है इस चेहरे के सामने खुदा भी झुक जाता है तुम आदत हो मेरी पर नसीब नहीं तुम्हें खुशियां ना दे सकूं मैं इतनी भी गरीब नहीं मैं नहीं जानती किस की किस्मत हो तुम और मेरे लिए सबसे बुरी और प्यारी लत हो तुम #poemsbynancy #poetrylove #nojoto #poemholic