मांखों से बत्ती भर भी रश्क नहीं भरते। जब से इश्क फरमा साहिबा मांखों में हर गई है।। #मैं_मेरे_अश्क_और_वो_वेवफा #gargji #YourQuoteAndMine Collaborating with Mayank Shukla Collaborating with Mitwa तेरा