भोले तेरी बंब बोल के आए है हरिद्वार डोल के गंगाजल भर के लाए भोलेबाबा पर रहे चढ़ाए भोले तेरे डमरू आगे कांवड़िए झूम के नाचे किस्मत की डोर हमारी भोलनाथ रहना थामे बबली गुर्जर ©Babli Gurjar KK क्षत्राणी