सांसों को आकर्षित करती तेरी ही मुस्कान है जो तू मिली इश़्क होगा नसीब तेरे सदके ही मेरी जान है हो मुकम्मल मोहब्बत़ की रवानगी बस अब यही अरमान है तेरे होने से मैं कायनात़ में हूँ ख़ास जो तू न हो तो गुमशुदा मेरी पहचान है नशा तुझमें मानो जैसे साकी का जाम है अदनी सी इस चाहत में, मेरी जिंदगी कुर्बान है तेरी अदायगी, तेरे हुस्न की बदौलत ही तो मेरी मोहब्बत़ का हर जर्रे में नाम है, न होना जुदा कि मैं जीता हूँ तुझसे तू ही तो मेरी सारी आवाम है मिलकर मुझसे, दे जा मुझे वो मंजर, तेरे तोहफ़े में ही तो, मेरी तकदीर का फ़रमान है। #YQdidi #FreakySatty #LoveShaayri #SattyPoetries